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शनिवार, 7 नवंबर 2009

।। एक तुम्हीं आधार सदगुरु ।।

।। एक तुम्हीं आधार सदगुरु ।।

एक तुम्हीं आधार सदगुरु, एक तुम्हीं आधार सदगुरु । जब तक मिलो न तुम जीवन में । शांति कहां मिल सकती मन में ।।
खोज फिरा संसार सदगुरु । एक तुम्हीं आधार सदगुरु ।।
कैसा भी हो तैरन हारा । मिले न जब तक शरण सहारा ।।
हो न सका उस पार सदगुरु । एक तुम्हीं आधार सदगुरु ।।
हे प्रभु तुमहिं विविध रुपों में । हमें बचाते भव कूपों से ।।
ऐसे परम उदार सदगुरु । एक तुम्हीं आधार सदगुरु ।।
हम आए है द्घार तुम्हारे । अब उद्घार करो दुःखहारे ।।
सुन लो दास पुकार सदगुरु । एक तुम्हीं आधार सदगुरु ।।
छा जाता जग में अंधियारा । तब पाने प्रकाश की धारा ।।
आते तेरे द्घार सदगुरु । एक तुम्हीं आधार सदगुरु ।।

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